हवा में घुली तुम्हारी खुशबू,
जैसे रात की रानी चुपचाप महकती है।
चाँदनी की परतों में बंधा यह पल,
जो शब्दों से परे कुछ कहता है।
तुम्हारी आँखों में छिपा एक आसमान,
जहाँ तारे नहीं, बस खामोशी चमकती है।
हर स्पर्श में एक लहर है,
जो किनारों से परे बहती है।
इस अनजानी राह पर,
मैं तुम्हारे करीब चलता हूँ।
हर साँस में तुम्हारा एहसास,
जैसे जीवन कहीं थम सा गया है।
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